“अभी हालात ऐसे हैं, इसलिए हाथों में हाथ…” PM मोदी ने विपक्षी एकता को बताया ‘घमंडिया’ गठबंधन

पीएम मोदी ने कहा, “2018 में ईश्वर का आशीर्वाद था कि वे अविश्वास प्रस्ताव लाए थे. उस वक्त भी मैंने कहा था कि हमारी सरकार के लिए ये फ्लोर टेस्ट नहीं है. ये उन्हीं का फ्लोर टेस्ट है. हुआ भी वही. जब मतदान हुआ, तो विपक्ष के पास जितने वोट थे, उतने भी जमा नहीं कर पाए थे.” पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “कुछ विपक्षी दलों ने अपने आचरण से साबित कर दिया है कि उनके लिए पार्टी राष्ट्र से ऊपर है. मुझे लगता है कि आपको गरीबों की भूख की परवाह नहीं है लेकिन सत्ता की भूख आपके दिमाग में है.”

2024 में सारे रिकॉर्ड तोड़ेगी बीजेपी

पीएम ने कहा, “इतना ही नहीं, जब हम सब जनता के पास गए तो जनता ने भी पूरी ताकत के साथ इनके लिए नो कॉन्फिडेंस घोषित कर दिया. चुनाव में एनडीए को कहीं ज्यादा सीटें मिलीं. एक तरह से विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ होता है. आज देख रहा हूं कि आज आपने तय कर लिया है कि एनडीए और बीजेपी 2024 के चुनाव में पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़कर जनता के आशीर्वाद से वापस आएगी.

विपक्ष तैयारी करके क्यों नहीं आते

पीएम ने कहा, “विपक्ष नो बॉल, नो बॉल करते जा रहा है. हमारे इधर सेंचुरी बनती जा रही है. विपक्ष से बस एक बात पूछना चाहता हूं- आप तैयारी करके क्यों नहीं आते जी. 5 साल का वक्त दिया था. तैयारी करके नहीं आए.”

अधीर रंजन पर पीएम मोदी का वार

पीएम मोदी ने कहा कि इस प्रस्ताव में कुछ विचित्र चीजें नजर आई. सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता का बोलने की सूची में नाम ही नहीं था. 1999 में वाजयेपी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया. शरद पवार उस वक्त नेतृत्व कर रहे थे. उन्होंने बहस की शुरुआत की. 2003 में अटल की सरकार थी. तब सोनिया गांधी विपक्ष की नेता थी. उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव रखा. 2018 में खड़गे विपक्ष के नेता थे उन्होंने प्रस्ताव रखा. लेकिन इस बार अधीर बाबू (रंजन) का क्या हाल हो गया. उनको बोलने का मौका नहीं दिया. अमित भाई (शाह) ने कहा तो मौका दिया. लेकिन गुड़ का गोबर कैसे करना है उसमें ये माहिर हैं. 

 हमने भारत के युवाओं को घोटालों से रहित सरकार दी

मोदी बोले कि हमने भारत के युवाओं को घोटालों से रहित सरकार दी है. हमने दुनिया में भारत की बिगड़ी हुई साख को सुधारा है. इसे फिर एक बार फिर नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है. कुछ कोशिश कर रहे हैं कि इसमें किसी तरह दाग लग जाए लेकिन दुनिया को भारत पर विश्वास बढ़ता जा रहा है. विश्व में समकूल वातावरण के बीच विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव की आड़ में जनता के विश्वास को तोड़ने की विफल कोशिश की है. विपक्ष इस वक्त भारत से जुड़ी कोई अच्छी बात सुन नहीं सकता.

विपक्ष का व्यवहार शुतुरमुर्ग जैसा

पीएम मोदी ने कहा कि भारत की तरक्की की सच्चाई दुनिया को दूर से दिख रही है, विपक्ष को यहां रहते हुए नहीं दिख रही. क्योंकि अविश्वास और घमंड इन रगों में रच बस गया है. विपक्ष का व्यवहार शुतुरमुर्ग जैसा हो गया है. इसके लिए देश कुछ नहीं कर सकता.

जिसका बुरा चाहते हैं, उसका भला हो रहा

पीएम मोदी ने कहा कि जब भी घर में कुछ अच्छा होता है तो काला टीका लगाया जाता है. आज देश की जो वाह वाही हो रही है, आपने संसद में काले कपड़े पहनकर देश को काला टीका लगाने का काम किया है. विपक्ष जिसका बुरा चाहता है, उसका भला हो रहा.

विपक्ष के अपशब्दों को अपना टॉनिक बना लेता हूं- मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि विपक्षी पार्टियां उनको दिन-रात कोसती हैं. उनका फेवरेट डायलॉग है कि मोदी तेरी कब्र खुदेगी. लेकिन मैं इनके अपशब्दों को अपना टॉनिक बना लेता हूं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास न तो नीति है, न नीयत है. बस नफरत है. 

देश से पहले दल उनके लिए प्राथमिकता

पीएम मोदी ने विपक्ष पर कई वार किए. अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए पीएम ने कहा कि हम गांव, दलित, गरीब, पिछड़ों के लिए बिल लाए थे. इसमें इन्हें कोई रुचि नहीं है. देश की जनता ने जिस काम के लिए उन्हें यहां भेजा, उस जनता से भी विश्वासघात किया गया है. कुछ विपक्षी दलों के लिए उनके आचरण से सिद्ध कर दिया कि देश से ज्यादा उनके लिए दल है. देश से पहले दल उनके लिए प्राथमिकता है.”

पीएम मोदी ने कहा, “मेरा मानना है कि विपक्ष को एक वरदान मिला है, कि ये लोग जिसका बुरा चाहेंगे उसका भला होगा. एक उदाहरण तो मैं हूं. मेरे खिलाफ क्या क्या किया गया लेकिन मैं बड़ा ही होता गया.”

पीएम मोदी ने बताया विपक्ष का ‘सीक्रेट वरदान’

भाषण के दौरान पीएम ने विपक्ष के तीन सीक्रेट वरदान भी गिनाए. उन्होंने कहा- “विपक्ष ने कहा था कि बैंकिंग सेक्टर बर्बाद हो जाएगा. विदेश से विद्वान लाकर ऐसा बुलवाया गया. लेकिन जब इन्होंने बैंकों का बुरा चाहा तब पब्लिक सेक्टर बैंक का नेट प्रॉफिट दो गुना से ज्यादा हो गया. विपक्ष ने फोन बैंकिंग घोटाले की बात की थी. इसके कारण देश को NPA के गंभीर संकट में डुबो दिया था. लेकिन उन्होंने जो NPA का अंबार लगाया था, उसे पार करके हम आगे निकल चुके हैं.”

उन्होंने कहा, “हमारे डिफेंस के हेलिकॉप्टर बनाने वाले सरकारी कंपनी HAL से जुड़ी है. इसके लिए भली-बुरी बातें कही गईं. दुनिया में इसकी छवि बिगाड़ने कीकोशिश हुई. कहा गया कि HAL बर्बाद-तबाह हो गया है. इतना ही नहीं जैसे आजकल खेतों में जाकर वीडियो शूट होता है (राहुल पर तंज), वैसा ही उस समय HAL फैक्ट्री के दरवाजे पर मजदूरों की सभा कर वीडियो शूट किया गया था. कामगारों को भड़काया गया कि आपका अब कोई भविष्य नहीं है. इसका बुरा चाहा लेकिन आज HAL आज नई बुलंदी छू रहा है. HAL ने अपना अब तक का सबसे ज्यादा रेवेन्यू रजिस्टर किया है.”

मोदी ने कहा, “कहा गया कि LIC डूब रहा है. गरीब का पैसा कहां जाएगा. लेकिन आज LIC लगातार मजबूत हो रही है. शेयर मार्केट में रुचि रखने वालों को ये गुरुमंत्र है कि जिस सरकारी कंपनी को विपक्ष गाली दे, उसमें दांव लगा दीजिए सब अच्छा होगा.”

इंडिया नहीं घमंडिया गठबंधन

PM मोदी ने कहा कि कांग्रेस की मुसीबत ऐसी है कि खुद को जिंदा रखने के लिए इनको NDA का ही सहारा लेना पड़ा. लेकिन आदत के मुताबिक घमंड का जो I है वह इनको छोड़ता नहीं है, इनके NDA के साथ दो I जोड़ दिए. पहला I 26 दलों का घमंड, दूसरा I एक परिवार का घमंड. NDA भी चुरा लिया, खुद बचने के लिए इंडिया (I.N.D.I.A.) के भी कर दिए टुकड़े कर दिए. 

विपक्ष को भारत की सेना नहीं दुश्मन के दावों पर भरोसा’

मोदी ने कहा कि हमारी सरकार जो भी योजना लाई उसका कांग्रेस और सहयोगी पार्टियों ने मजाक उड़ाया. मोदी ने कहा कि कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियों को भारत और उसके सामर्थ्य पर कभी भरोसा नहीं रहा. जैसे पाकिस्तान सीमा पर हमले करता था. आतंकवादी भेजता था और सब करके मुकर जाता था. कांग्रेस को पाकिस्तान से ऐसा प्रेम था कि उसकी बात पर भरोसा हो जाता था. कांग्रेस को कश्मीर के आम लोगों पर नहीं हुर्रियत पर विश्वास था. भारत ने आतंकवाद पर सर्जिकल और एयर स्ट्राइक लेकिन इनको भारत की सेना नहीं दुश्मन के दावों पर भरोसा था. आज कोई भी भारत के लिए अपशब्द बोलता है तो इनको उसपर तुरंत विश्वास हो जाता है. इनको भारत को बदनाम करने में मजा आता है.

देश के लिए यह समय बेहद अहम

हम सब ऐसे टाइम पीरियड में हैं, चाहे हम हों या आप… ये टाइम पीरियड बेहद अहम है. कालखंड जो गढ़ेगा, उसका प्रभाव इस देश पर आने वाले 1000 साल तक रहने वाला है. इस कालखंड में हम सबका दायित्व है, एक ही फोकस होना चाहिए कि देश का विकास, सपने पूरे करने का संकल्प, सिद्ध करने के लिए जी-जान से जुटना.

प्रस्ताव पर आज ही होगी वोटिंग

अविश्वास प्रस्ताव पर पीएम मोदी के जवाब के बाद वोटिंग होगी. बहुमत के लिए सदन में मौजूद सदस्यों में 50% से 1 अधिक होना चाहिए. लोकसभा में  बीजेपी के303 सदस्य हैं. सहयोगियों को मिलाकर आंकड़ा 333 होता है. YSR, BJD और TDP ने भी समर्थन का वादा किया है. वहीं, कांग्रेस के 51 सदस्य हैं. INDIA गठबंधन को मिलाकर सांसदों की संख्या 143 है. साफ है कि मोदी सरकार आसानी से बहुमत हासिल कर लेगी.

मोदी सरकार के खिलाफ अब तक दो बार अविश्वास प्रस्ताव लाया जा चुका है. दूसरे कार्यकाल में यह पहला अविश्वास प्रस्ताव है. देश की संसद में अब तक 27 बार अविश्वास प्रस्ताव लाया गया. पहला प्रस्ताव 1963 में चीन युद्ध के बाद तत्कालीन पीएम नेहरू सरकार के खिलाफ लाया गया था.