भारी बारिश… तूफानी हवा… हाई अलर्ट, तमिलनाडु-पुडुचेरी के समुद्र तट पर पहुंचा चक्रवात ‘फेंगल’

समुद्र से दूर रहने का किया आग्रह 

मौसम पूर्वानुमान में मछली पकड़ने वाले दलों को समुद्र से दूर रहने का आग्रह किया गया है और एक मीटर ऊंची लहरें उठने की अनुमान जताया गया है, जिससे निचले तटीय क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है.

चक्रवात फेंगल के कारण हो रही बारिश के कारण चेन्नई और उसके आसपास के कई इलाके जलमग्न हो गए. तेज हवाओं के कारण बैरिकेड्स और छतरियां उड़ गईं तथा भारी बारिश के कारण सड़क पर लोग छिपने के लिए इधर-उधर भागने लगे. 

Latest and Breaking News on NDTV

सरकार की समुद्र तटों के पास न जाने की चेतावनी के बावजूद बहुत से लोग विशेषकर युवक-युवतियां समुद्र तटों पर मौज-मस्ती करते रहे. ममल्लापुरम विश्व धरोहर स्थल पर भी पर्यटकों पहुंचे थे. विल्लुपुरम जिले के मरक्कनम जैसे तटीय क्षेत्रों में हवा की गति काफी तेज थी. 

अस्‍पतालों में घुसा बारिश का पानी 

क्रोमपेट में दो सरकारी अस्पतालों, एक अन्‍य अस्पताल और छाती एवं श्वसन रोग चिकित्सा सुविधा केंद्र के परिसर में बारिश का पानी घुस गया. ये दोनों अस्पताल एक-दूसरे के बगल में स्थित हैं. अस्पताल के अंदर भी पानी टखने के स्तर तक पहुंच गया था, जिससे मरीजों, तीमारदारों और डॉक्टरों को परेशानी का सामना करना पड़ा. पुलिस और स्थानीय अधिकारियों ने प्रवेश स्थलों पर रेत की बोरियां रखीं और बताया कि समस्या से निपटने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं. 

अन्ना सलाई सहित कई सड़कों पर बैरिकेड यहां-वहां पड़े नजर आए तथा श्रीपेरंबदूर में एक ट्रैफिक लाइट गिर गयी और यहां कई आवासीय इलाके भारी मात्रा में जलमग्न हो गए.

फेंगल इस सप्ताह की शुरुआत में श्रीलंका के तट से टकराया था, जिसमें छह बच्चों सहित कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई थी.