लखनऊ में सीबीआई ऑफिस में एक पुलिस अधिकारी पर धनुष-बाण से हुए हमले का वीडियो देखिए


लखनऊ:

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज थाना इलाके में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया. यहां केन्‍द्रीय अन्‍वेषण ब्यूरो (CBI) ऑफिस के सामने तैनात एक सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) पर एक व्यक्ति ने धनुष-बाण से हमला कर दिया, जिससे वह घायल हो गये. पुलिस ने कहा कि आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया है. ये पूरी वारदात वहां लगे सीसीटीवी में कैद हो गई. इसमें देखा जा सकता है कि कैसे घात लगाकर दिनेश मुर्मू ने सीबीआई अधिकारी पर हमला किया.  

दिनेश मुर्मू में दिखाई दे रहा है कि एएसआई वीरेंद्र सिंह ऑफिस के गेट पर ही खड़े हैं. वह गेट से थोड़ा बाहर जाते हैं, तो उन पर तीर से हमला हो जाता है. इसके बाद वह घायल अवस्‍था में गेट के अंदर आ जाते हैं. इसके बाद दिनेश मुर्मू तीर कमान लेकर गेट से अंदर आ जाता है. उसे देख ऐसा लग रहा है कि वह किसी अन्‍य शिकार को तलाश रहा है. दिनेश मुर्मू के सीबीआई ऑफिस में दाखिल होने के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई. लोग उससे डर कर भागने लगे. इस बीच एक शख्‍स डंडा लेकर उसकी ओर लपका और दिनेश मुर्मू पर पूरी ताकत से हमला कर दिया, जिसके बाद वह जमीन पर गिर गया.   

घायल सीबीआई अधिकारी ने 1993 में रेलवे में भ्रष्टाचार से संबंधित एक मामले की जांच की थी, जिसके बाद आरोपी को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था. हजरतगंज कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) विक्रम सिंह ने बताया कि नवल किशोर मार्ग पर स्थित सीबीआई दफ्तर के बाहर बिहार के मुंगेर के निवासी दिनेश मुर्मू (65) ने एएसआई वीरेंद्र सिंह पर धनुष बाण से हमला कर दिया, जिसकी वजह से एएसआई को सीने में चोट लगी है. 

विक्रम सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ हत्या के प्रयास से संबंधित भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा के तहत एफआईआर की गई है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि आरोपी से पूछताछ की गई है. एसएचओ ने बताया कि सीबीआई अधिकारी ने (1993 में) रेलवे भ्रष्टाचार से संबंधित एक मुकदमे की जांच की थी, जिसके बाद रेलवे में ‘गैंगमैन’ रहे आरोपी मुर्मू को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया. उन्होंने कहा कि आरोपी मानसिक रोगी प्रतीत हो रहा है, हमले में घायल सीबीआई के एएसआई को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, उनका जख्म करीब पांच सेंटीमीटर गहरा है. 

पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी मुर्मू को यह लगता है कि उसका मामला अब भी सीबीआई में चल रहा है, इसलिए वह इसके दफ्तर पर चक्कर लगाता रहता था. सूत्रों ने बताया कि वह 2005 में सीबीआई अधिकारी मिलने दिल्‍ली पहुंचा था और उसने किसी पुलिसकर्मी पर हमला बोल दिया था, जिसके बाद उसे जेल भेजा गया था. साल 2015 में जौनपुर रेलवे स्टेशन पर भी जीआरपी के एक जवान से विवाद के बाद भी उसे गिरफ्तार किया गया था.